सोमवार, 28 अक्तूबर 2019

अच्छे आदत कैसे डालें

कहा जाता है अच्छी आदतों को अपनाना मुश्किल होता है लेकिन उनके साथ जीना आसान होता है, जबकि गलत आदतें अपनाना आसान होता है लेकिन उनके साथ जीना मुश्किल होता है। जहां आपको अच्छी आदतें सफलता और ऊंचाई की ओर ले जाती हैं वहीं गलत आदतें आपको असफलता और पतन की ओर ले जाती हैं ।
महान वैज्ञानिक एडिसन से एक बार पूछा गया कि वह हर दिन 18 घंटे अपनी लैब में कार्य करते हैं फिर भी उन्हे थकान क्यों नहीं होती है, तब उन्होने जवाब दिया ‘‘ हर रोज 18 घंटे कार्य करना मेरी आदत है, इसलिए मैं नहीं थकता।पहले में लगातार तीन से चार घंटे में ही थक जाता था, पर अब 18 घंटे कार्य करने के बाद भी मैं नहीं थकता। “
आप हमारे देश के पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डाॅ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के इस वाक्य से आदतों के महत्व के मूल्य को बेहतर समझ सकते हो -
‘‘ हम अपने भविष्य को नहीं बदल सकते हैं
लेकिन हम अपनी आदतें बदल सकते हैं
और हमारी आदते हमारा भविष्य बदल देती हैं ‘‘
पहले हम अपनी आदतें बनाते हैं और बाद में हमारी आदतें हम पर काबू कर लेती हैं।
मैं आपके सामने एक उदाहरण लेता हूँ जिससे सभी बाकिफ होंगे। आपने देखा होगा कि जिन्हें सुबह देर से जागने की आदत होती है, कई बार वह सुबह जल्दी जागने की कोशिश करते हैं और वह सुबह का अलार्म भी लगा लेते हैं बाद में फिर जब सुबह अलार्म बजता है तब उसे बंद करके फिर से से सो जाते हैं ।
दूसरी तरफ जिन्हे सुबह 5 बजे जागने की अच्छी आदत होती है, उन्हें हमने यह कहते हुये सुना है, ‘‘ क्या करें यार, सुबह 5 बजे मेरी जागने की आदत है, इसलिए 5 बजते ही अपने आप नींद खुल जाती है।”
इससे हम यह अनुमान बड़ी आसानी से लगा सकते हैं कि हमारे जीवन में सफलता के लिए अच्छी आदतें कितनी महत्वपूर्ण हैं।
अच्छी आदतें अपनाने का सही तरीका
जैसे ही हम यह सुनते हैं या कहीं पर पढ़ते हैं कि हमें अच्छी आदते अपनानी चाहिए, तब हम भी उन्हें अपनाने की कोशिश करते हैं। पर अधिक बार हम असफल होते हैं उन आदतों को अपनाने में, इसलिए अब हम यह जानेंगे कि आदतें अपनाने को सही तरीका क्या है ?
यहाँ हम हैल्थ से संबंधित एक उदारण लेते हैं -
बहुत सारे लोगों के साथ ऐसा होता है कि वे अपनी हैल्थ और फिटनस को लेकर अधिक गंभीर नहीं होते हैं और मान लेते हैं कि जब वे गंभीर हो जाते हैं तो वे जिम जोईन कर लेते हैं, पूरे महीने के पैसे भी भर देतें है। इसके बाद वे जिम जाना शुरू कर देते हैं और अब आप बता सकते हो कि उनमें से अधिकतर लोग कितने दिन तक जिम जाते हैं । जी हाँ अधिकतर लोग सिर्फ चार -पाँच दिन जिम जाते हैं, इसके बाद जाना बंद और back to normal life यानि दो चार दिन बाद वही पहले जैसी दिनचर्या हो जाती है।
अधिकतर लोगों के साथ ऐसा ही होता कि वे कोई नई आदत अपनाना चाहते हैं और दो-चार दिन उस आदत को अपनाने की कोशिश भी करतें हैं और इसके बाद फिर वही पहले जैसी दिनचर्या। अगर आपके साथ भी यही होता है कि आप किसी आदत को अपनाना चाहते हो पर आप यह कोशिश सिर्फ दो-चार दिन ही कर पाते हो तो उसके लिए आप यह कर सकते हो
आप जिस अच्छी आदत को अपनाना चाहते हो,
  • तो सबसे पहले उस आदत के महत्वों को अच्छी तरह से जान लें और अपने दिमाग में उन कारणों के साथ अच्छी तरह से फिट कर दें कि यह आदत अपनाना आपके लिए अत्याधिक महत्वपूर्ण क्यों है।
  • इस आदत को अपनाने से आपको क्या-क्या लाभ होगें और न अपनाने पर आपको क्या-क्या नुकसान होगा, यह स्पष्ट जान लें और उन्हें अपनी डायरी में लिख लें।
  • और यदि आप किसी गलत आदत को छोड़ना चाहते हो, तो यह स्पष्ट लिख लें कि यदि आपने उस आदत को नहीं छोड़ा तो आपको क्या-क्या नुकसान हो रहा है और क्या नुकसान हो सकता है,
  • भविष्य में आपको इसकी कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
  • अब जो आपने लिखा है उसे हर रोज पढ़े और तब तक पढ़े और वह काम करें जिसे आप अपनी आदत में सामिल करना चाहते हो ।
  • यह तब तक करें जब तक की वह काम करना आपकी पूरी तरह से आदत न बन जाये।
  • आपके द्वारा लिखे हुये ये शब्दऔर फिर बार-बार उन्हें पढ़ना आपके लिए वह सकारात्मक षक्ति प्रदान करेंगें। जिससे आप हर रोज उस कार्य को कर सको
  • आपके विचारों और सोच को ठीक उसी तरह तैयार करेंगे, जैसे विचार आने पर आपने उस आदत को अपनाने का मन किया और उसे अपनाने की शुरुआत की ।
  • आपके शब्द आपके दिमाग में आने वाले उन विरोधात्मक विचारों पर काबू करने में आपकी मद्द करेंगे। जो उस आदत को अपनाने में बाधा डालेगे ।
  • साथ ही आपके शब्द आपको उस आदत को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
  • ऐसे लोगों के संपर्क में रहें जिनमें वो आदत है जो आप अपनाना चाहते हैं।
  • इससे यह होगा कि उनको देखकर आपको लगेगा कि यह आदत अपनाना तो बहुत ही आसान है। क्योंकि उनमें आप देखोगे कि वह उस काम को बड़ी आसानी से करते है।
  • वे आपको उस आदत को अपनाने के लिए न सिर्फ सकारात्म सोच प्रदान करेंगे बल्कि आपकी मद्द भी करेंगे।
  • एक नई अच्छी आदत डालने या बुरी आदत छोड़ने के लिए कितना समय लगता है ?
    • आप यह याद रखे कि मनोविज्ञान के अनुसार एक नई आदत को पूरी तरह से अपनाने या किसी आदत को बदलने के लिए हमें कम से कम 21 दिन का समय लगता है।
    • इसका मतलब हुआ कि हमें 21 दिन तक खुद को उस आदत को अपनाने के लिए न सिर्फ बार-बार मोटिवेट करना पड़ेगा।
    • बल्कि हमें खुद को 21 दिन तक थोड़ा बहुत फोर्स भी करना पड़ेगा, जब तक कि हम पूरी तरह उस आदत को न अपना लें।
    उदाहरण के लिए हम मान लेते हैं कि आप सुबह जल्दी जागने की आदत अपनाना चाहेते हैं -
    • अगर ऐसा हुआ कि आप 5 दिन तक सुबह जल्दी जाग गये और छठे दिन आप नहीं जाग पाये।
    • तब सातवें दिन को आपको अपला दिन मानकर फिर से 21 दिन तक यह आदत अपनाने की कोशिश करनी होगी।
    • बेहतर यह है कि आपको 21 दिन तक जो काम करना है उसकी 21 पर्चियाँ बना लें और जैसे ही आप उस काम को करते चले जायें एक पर्ची कम करते चलें।
    • यह सब एक प्रतियोगिता समझकर करें।
    एक साथ कई अच्छी आदत अपनाना
    लोगों की एक परेशानी और है, अगर उन्हें यह पता चलता है कि उन्हें सफलता के लिए अच्छी आदतें डालनी पड़ती हैं। तो वे रातों-रात अपनी सभी आदतें बदलना चाहते हैं।
    यहाँ मैं आपके सामने एक उदाहरण बताना चाहूँगा-
    अक्सर हमने देखा कि युवा वर्ग के लोग सुबह के समय दौड़ने और व्यायाम करने के लिए सुबह जल्दी जागने की आदत डालने की कोशिश करते हैं ।
    • सुबह वह जल्दी जाग भी जाते हैं और पहले ही दिन से जोश-जोश में व्यायाम अधिक कर लेते हैं या फिर अधिक दौड़ लेते हैं।
    • फिर कुछ समय बाद उन्हें थकान महसूस होती है और नींद आने लगती है।
    • वह देखते हैं कि उनके पास समय है 10-15 मिनट वह आराम से सो सकते हैं और फिर जब वह सो जाते हैं तो काफी लंबे समय बाद नींद खुलती है। जिससे बाद में उनके दूसरे काम बिगड़ने लगते हैं ।
    • इसलिए फिर वे सोचते हैं कि सुबह का जागना ही ठीक नहीं है और वापस से वही पहले जैसी दिनचर्या ।
    • अगर वहीं पर वह युवा जो सुबह जागने की आदत डालना चाहता है, तो वह यह करे कि 21 दिन तक वह सिर्फ सुबह जागे और जागने के बाद वह कार्य करें जिसमें उसे मजा आये, जिसमें उसे रुची हो।
    • इसके बाद जब सुबह जागने की आदत मजबूत हो जायेगी , तो फिर धीरे-धीरे व्यायाम करने की आदत डालें। और याद रखें कि शुरुआत में व्यायाम उतना ही करें कि आप थक न पाओ।
    • अगर आप सोच रहे होंगे कि इससे तो आपको सुबह जागकर व्यायाम करने की आदत डालने में अधिक समय लगेगा।
    • तब आप यह जान लें कि आपके आस-पास कई ऐसे लोग होंगे या आप खुद भी हो सकते हो जो कई सालों से सुबह जागकर व्यायाम करने की आदत डालना चाहते रहे होंगे पर आज तक नहीं कर पाये हो।
    • इसलिए हमेशा यही कहा जाता है कि एक बार में एक ही आदत को अपनाने की कोशिश करनी चाहिए
    • एक बार में एक ही आदत को बदलने की कोशिश करें । एक साथ कई आदते बदलने के चक्कर में व्यक्ति एक भी आदत नहीं बदल पाता है।
    एक बार अच्छी आदतें बन जाये तो फिर क्या करें ....
    • अच्छी आदतें अपनाना कठिन है पर कब वह आदत छूट जाये, यह पता भी नहीं चलता है। इसलिए एक बार मेहनत करके आपने अच्छी आदत बना ली है तो उसे बनाये रखें।
    • आपने देखा होगा कि अगर किसान खेत को खाली छोड़ देता है, उसमें कोई भी बीज नहीं बोता हैं तब जाहिर है कि उस खेत में चारा उग आता है, जिसका कोई लाभ किसान को नहीं होता है।
    • ठीक खेत की तरह ही हमारी जिंदगी है, अगर हम हमारी जिंदगी में अच्छी आदतें नहीं अपनाते हैं। तो स्वभाविक है गलत आदतें हम में अपने आप आ जाती हैं उनसे हमें कोई भी लाभ नहीं होता है। और वे आदतें हमारी जिंदगी को कठिन बनाती जाती हैं।
    • ध्यान देने वाली बात यह है कि जब किसान खेत में बीज बोता है, तब उस बीज की फसल के साथ-साथ भी खेत में चारा उग आता है और वह चारा फसल की अच्छी पैदावार में बाधा पहँुचाता हैं। इसलिए फसल की पैदाबार बढ़ाने के लिए, किसान उस खेत से चारा निकालता है।
    • वैसे ही हमारे अंदर अच्छी आदतें होने के साथ-साथ गलत आदतें आने लगती हैं जिनका हमें ध्यान रखना होता है और समय-समय पर उन्हें बाहर निकालना होता है।
    अगर आप एक बेहतर स्टूडेंट बनना चाहते हो तब आपको हर रोज पढ़ना होगा ।
    • हर रोज उतने घंटे पढ़ना होगा जितने घंटे आपको पढ़ने की आवश्यकता है, उतने घंटे पढ़ने की आदत डालना अति आवश्यक है।
    • आपको वह सब आदतें डालने पड़ेगी जो एक अच्छे स्टूडेंट में होना चाहिए।
    • आप हर रोज अधिक समय पढ़ने को देना होगा, आपको हर रोज पढ़ने की आदत डालनी होगी।
    • ऐसा नहीं होना चाहिए कि आप एक दिन पढ़ लो फिर दो दिन न पढ़ो, चार दिन पढ़ लो फिर आठ दिन न पढ़ो।
    • अगर आपने कई दिनो से किताब न उठाई हो और फिर आप एकाएक पढ़ने बैठते हो तो स्वभाविक कि आप जल्दी थक जाओगे या आप बोरियत मेहसूस करने लग जाओगे।
    अगर आप एक सफल लेखक बनना चाहते हो, तब आपको हर रोज लिखने की आदत डालनी पड़ेगी। आपको वह आदतें अपनानी पड़ेगी जो एक सफल लेखक में होनी चाहिए।
    अगर आप अच्छे गायक, अच्छे खिलाड़ी या और कोई भी अन्य प्रोफेसन हो, जिसमें आपकी रूची हो, जिसमें आप अपना भविश्य बनाना चाहते हो।
    तब आपको हर रोज उस कार्य को करने की जरूरत है, जिससे आप अपने प्रोफेसन में सफल हो सको।
    आपका कोई भी फील्ड हो, किसी भी चीज में आपको रूची हो, अगर हर रोज कम से कम 5 से 6 घंटे बिना थके आप वह कार्य नहीं कर रहे हो, जो आपको करना चाहिए, तब इस बात की संभावना अधिक है कि आप उस कार्य में अधिक सफल नहीं हो सकते हो।
    अगर आप सिर्फ सफल होने की चाह नहीं रखते हो, मुझे सफल व्यक्ति बनना है सिर्फ यह कहते नहीं रहना है।
    बल्कि आप अपनी सफलता के प्रति गंभीर हो, तब आपको और अधिक समय बर्बाद किये बिना, अपने आप पर और अपनी आदतों पर गौर करना होगा और अपनी आदतों को ऐसा बनायें जिससे आप अपने लक्ष्य तक अपने निर्धारित समय में पहुंच सके ।
    आप किसी भी प्रोफेसन में हो, आपको जितनी बड़ी सफलता चाहिए, उतनी बड़ी और मजबूत अच्छी आदतें आपको अपनानी होंगी ।
    • आपका जो मुख्य कार्य है वह आपकी आदत होनी चाहिए, वह आपका डिफोल्ट नेचर होना चाहिए,
    • ऐसा नहीं होना चाहिए कि उसके लिए आपको हर रोज खुद को मोटिवेट करना पढ़े या उस कार्य को करने के लिए सोचना पड़े।
    • बल्कि ऐसा होना चाहिए कि आपको पता ही न चलता हो कब आप उस कार्य को करने लग जाते हो ।
    • और जब आप उस कार्य को करने लग जाते हो तब समय कम पड़ जाता है न की आप बोरियत महसूस करते हो और समय निकल जाता है।
    आपकी सफलता का पूरा खेल आपकी आदतों पर टिका है, इसलिए यह अत्याधिक महत्वपूर्ण है कि जो आदतें आपको आपके लक्ष्य की तक पहुंचने में मदद करें, उन्हें अपना लें और जो गलत आदतें आपको आपके लक्ष्य तक पहुंचने में बाधा बनें उन्हें छोड़ दें।
    अपने लिए बड़े लक्ष्य बनाइये और फिर उन तक पहॅुचने के लिए श्रेष्ठ व मजबूत अच्छी आदतें अपनाकर अपनी सफलता सुनिश्चित करें।
    धन्यवाद.

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